महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा

Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha

(A Central University established by an Act of Parliament in 1997)

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा

Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha

(A Central University established by an Act of Parliament in 1997)

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कुलाध्यक्ष


राष्ट्रपति
श्रीमती द्रौपदी मुर्मु

श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 25 जुलाई, 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। इससे पहले, वे, 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। उनके जीवन का ध्येय, समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों का जीवन बेहतर बनाना और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाना है।
 
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
 
20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संथाली आदिवासी परिवार में जन्मी श्रीमती मुर्मु का प्रारंभिक जीवन कठिनाइयों और संघर्षों से भरा रहा। गाँव के स्कूल से प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद, वे, अपनी आगे की पढ़ाई के लिए अपनी ही पहल पर भुवनेश्वर गईं। उन्होंने रमादेवी महिला महाविद्यालय, भुवनेश्वर से कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वे अपने गांव से कॉलेज जाने वाली प्रथम बालिका बनीं।
 
करियर
 
श्रीमती मुर्मु ने 1979 से 1983 तक ओडिशा सरकार के सिंचाई और बिजली विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्य किया। बाद में, 1994 से 1997 तक उन्होंने, श्री अरबिंद इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर, रायरंगपुर में मानद शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
 
सार्वजनिक जीवन
 
वर्ष 2000 में, श्रीमती मुर्मु रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से ओडिशा विधान सभा की सदस्य के रूप में चुनी गईं और 2009 तक, दो कार्यकालों के लिए विधायक रहीं। इस अवधि के दौरान, उन्होंने 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक ओडिशा सरकार के वाणिज्य और परिवहन विभाग की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में तथा 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विभाग की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कार्य किया। दोनों ही दायित्वों के निर्वहन में, उन्होंने अभिनव निर्णय लिए और लोकहितकारी कदम उठाए।
 
उन्हें ओडिशा विधान सभा की विभिन्न समितियों व सदन समितियों और स्थायी समितियों का सदस्य नियुक्त किया गया। इनमें से कुछ समितियों की वे अध्यक्ष भी रहीं।
 
अपने गहन प्रशासनिक अनुभव और आदिवासी समाज के उत्थान हेतु, विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों के बल पर, उन्होंने अपनी एक विशेष पहचान बनाई। विधायक के रूप में उनकी विशिष्ट सेवाओं को ध्यान में रखते हुए, 2007 में उन्हें ओडिशा विधान सभा द्वारा ‘पंडित नीलकंठ दास – सर्वश्रेष्ठ विधायक सम्मान’ से विभूषित किया गया।
 
झारखंड के राज्‍यपाल
 
श्रीमती मुर्मु को, 18 मई, 2015 के दिन झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। वे, उस आदिवासी बहुल राज्य की पहली महिला आदिवासी राज्यपाल बनीं। संविधान की गरिमा को अक्षुण्ण रखने तथा जनजातीय समुदायों के अधिकारों का समर्थन करने के लिए व्यापक रूप से उनकी सराहना की गई। उन्होंने राज्य विश्वविद्यालयों की परीक्षा और भर्ती प्रक्रियाओं में अनेक सुधार किए। राजनीतिक शुचिता और लोकतांत्रिक मूल्यों में अपनी निष्ठा के बल पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं का आदर उन्होंने अर्जित किया।
 

Bullet कुलाधिपति

प्रोफेसर कमलेश दत्त त्रिपाठी

पदनाम : प्रोफेसर, धर्म, और आगम विद्या विभाग

काशी हिंदू विश्‍वविद्यालय के संस्कृत लर्निंग एंड थिओलॉजी विभाग में प्रोफेसर एमेरिटस।

कश्मीरी अद्वैत दर्शन, व्‍याकरण, आगम, नाट्यशास्‍त्र और नाट्यशास्‍त्रीय परंपरागत भारतीय रंगमंच के विशेषज्ञ

अकादमिक एवं प्रशासनिक अनुभव

1958-70 इलाहा‍बाद विश्‍वविद्यालय से संम्‍बद्ध महाविद्यालय में

1970 : बनारस हिंदू महाविद्यालय में प्राध्‍यापक

धर्म और तत्‍वज्ञान के रीडर (1977-86) एवं प्रोफेसर (1987)

बीएचयू की कार्यपरिषद के सदस्‍य (2000-2003)

2007 में धर्म आगम विभाग में प्रोफेसर एमेरिटस

प्रतिष्ठित अध्‍येता के रूप में

आप इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय के संस्‍कृत विभाग के छात्र रहे हैं। आपने वेद और अन्‍य विधाओं में प्रो. के. चट्टोपाध्‍याय के साथ अध्‍ययन किया है। आपने प्रो. भूपेंद्र पति त्रिपाठी और महामहोपाध्‍याय पंडित रामेश्‍वर झा के साथ भी कार्य किया है।

विशेष पदधारण

1981 में उज्‍जैन में मध्‍य प्रदेश सरकार द्वारा कालिदास अकादेमी के निदेशक के रूप में आमंत्रित।

2001 में अकादेमी के निदेशक के रूप में पुन: आमंत्रित।

2003 से 2006 तक आप कालिदास अकादेमी के निदेशक रहे।

उपलब्धियां और विदेश यात्राएं तथा वर्तमान दायित्‍व

आपने अनेक देशों की यात्राएं कर विभिन्‍न अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलनों में सहभागिता की। आपने जापान, हॉलैंड, ऑस्ट्रिया, पोलैंड, फ्रांस, थाईलैण्‍ड, फिनलैण्‍ड, स्‍पेन और स्‍वीडन आदि देशों की यात्राएं की है।

1996 में सोरबोम विश्‍वविद्यालय, पेरिस और 1999 में कोपेनहेगेन विश्‍वविद्यालय, डेन्‍मार्क में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में आमंत्रित।

2003 में पेरिस, 2004 में बारसिलोना, 2005 में चीन तथा 2006 में यूके में विजिटिंग प्रोफेसर ।

अकादेमी के सदस्‍य तथा प्राप्‍त पुरस्‍कार

आप विभिन्‍न अकादमियों, विश्‍वविद्यालयों तथा संस्‍थाओं से संम्‍बद्ध रहे।

2003-2009 संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्‍ली

1998-2003 तक राष्‍ट्रीय संस्‍कृत संस्‍थान, नई दिल्‍ली

2003-2009 : महर्षि संदीपनी वेद विद्या प्रतिष्‍ठान, उज्‍जैन

2003-2006 : जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय, नई दिल्‍ली के संस्‍कृत केंद्र में

1999 में संपूर्णानंद संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय की ओर से सम्‍मानित किया गया।

2000 : राष्‍ट्रीय संस्‍कृत संस्‍थान

2005 : साहित्‍य अकादेमी पुरस्‍कार तथा हिंदी साहित्‍य सम्‍मेलन, प्रयाग से सम्‍मानित

2007 में भारत के राष्‍ट्रपति की ओर से सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से सम्‍मानित।

श्रीमठ, वाराणसी की ओर से रामानंदाचार्य स्‍मृति पुरस्‍कार प्राप्त।

2009 में श्री स्‍वामी करपात्री स्‍मृति पुरस्‍कार प्राप्‍त।

2010 में संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्‍ली से फैलोशिप प्राप्‍त।


Bullet कुलपति

प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल

भारतीय दर्शन एवं संस्कृति की अक्षुण्ण परम्परा के संवाहक के रूप में आपकी प्रतिष्ठा है, आप भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के सदस्य सचिव पद पर कार्यरत रहे हैं। आप सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी में तुलनात्मक दर्शन और धर्म के प्रोफेसर तथा माननीय राष्ट्रपति द्वारा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कोर्ट के नामांकित सदस्य भी हैं। आप नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के वाराणसी क्षेत्र के सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। आप ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी से स्नातक एवं परास्नातक की उपाधि एवं बीएचयू से दर्शनशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्ति की है।
आप ने सात पुस्तकें लिखी हैं और सौ से ज्यादा शोध पत्र, आलेख, देश और विदेश की विभिन्न शोध पत्रिकाओं आदि में प्रकाशित हुए हैं। आप ने कुलसचिव, कार्यकारी परिषद के सदस्य और निदेशक, कॉलेज विकास परिषद और अन्य कई पदों के रूप में विश्वविद्यालय में अपनी सेवा दी है। आप ने उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों के स्नातक स्तर के “राष्ट्र गौरव” नामक एक अनिवार्य कार्यक्रम को तैयार करने का योगदान दिया है। आप ने एक पुस्तक ‘राष्ट्र गौरव’ को संपादित और लिखा है, जिसे विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा प्रकाशित किया गया है। आप अखिल भारतीय दर्शन परिषद की तिमाही शोध पत्रिका ‘दार्शनिक त्रैमासिक’ के पाँच वर्षों तक मुख्य संपादक और अखिल भारतीय दर्शन परिषद के संयुक्त सचिव भी रहे हैं। आपके राष्‍ट्रीय स्‍तर के समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं में लेख और स्तंभ प्रकाशित होते रहते हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि आप सिक्किम के प्रथम राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना समिति के सदस्य एवं आचार्य अभिनवगुप्त सहस्राब्दी समारोह समिति के सचिव भी रह चुके हैं।


Bullet प्रतिकुलपति

प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल

हिंदी के आचार्य । भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के अध्येता । तुलनात्मक साहित्य, भारतीय काव्यशास्त्र एवं भाषाविज्ञान अभिरुचि के विशिष्ट क्षेत्र । पिछले तीन दशकों से शोध एवं/शिक्षण में संलग्न । 10 वर्ष से अधिक का अकादमिक प्रशासन का अनुभव । विभिन्न विश्वविद्यालयों / उच्च शोध संस्थानों / आयोगों / अकादमियों / व्यावसायिक निकायों से संबद्ध । ‘सरस्वती’, ‘व्यास’ एवं ‘साहित्य अकादेमी’ पुरस्कारों की चयन समितियों के सदस्य रहे । अनेक पुस्तकें (संपादन सहित) तथा शोध-पत्र एवं लेख प्रकाशित । स्कूल शिक्षा गृह जनपद अयोध्या में । उच्च शिक्षा (स्नातक से पी-एच.डी. तक) लखनऊ विश्वविद्यालय से प्राप्त ।


Bullet प्रतिकुलपति

डॉ. चंद्रकांत एस. रागीट


Bullet अधिष्ठाता – भाषा विद्यापीठ

प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल

प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल, पिछले तीन दशकों से शोध एवं/शिक्षण में संलग्न हिंदी के आचार्य हैं और सदैव हिंदी के क्षितिज-विस्तार के लिए उद्यमशील रहे हैं। तुलनात्मक साहित्य, भारतीय काव्यशास्त्र एवं अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान उनकी अध्ययन/अभिरुचि के मुख्य क्षेत्र हैं। प्रो.शुक्ल जनवरी 2013 से महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के भाषा विद्यापीठ के अंतर्गत भाषाविज्ञान एवं भाषा प्रौद्योगिकी विभाग में हिंदी के प्रोफ़ेसर हैं।इसके पूर्व, सितंबर 2009 से वे राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के हिंदी विभाग में प्रोफ़ेसर रहे। प्रो. शुक्ल ने हिंदी में भारतीय साहित्य केंद्रित तुलनात्मक साहित्य के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण पहल की।साथ ही, नाट्यकला एवं फ़िल्म अध्ययन के व्यवस्थित अध्ययन के लिए स्वतंत्र विभाग प्रारंभ किया। इन दोनों विभागों के वे प्रथम अध्यक्ष भी रहे।वे भाषा प्रौद्योगिकी विभाग के भी अध्यक्ष रहे। प्रो. शुक्ल दो कार्यकाल के लिए भाषा विद्यापीठ के अधिष्ठाता रहे।संप्रति वे तीसरे कार्यकाल के लिए भाषा विद्यापीठ के अधिष्ठाता के साथ ही अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ के अधिष्ठाता का दायित्व-निर्वहन कर रहे हैं।उन्होंने विविध सांविधिक निकायों तथा समितियों केअध्यक्ष/सदस्य के रूप में भी विहित दायित्वों का निर्वहन किया है और नियमित रूप से कर रहे हैं। प्रो. शुक्ल विदेशों में स्थित हिंदी चेयर प्रोफ़ेसर के लिए भी भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, विदेश मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा पैनलबद्ध (Empanelled) हिंदी प्रोफ़ेसर हैं।वे भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान,शिमला में भी एसोशिएट रहे।उन्होंने आठवें विश्व हिंदी सम्मेलन (न्यूयॉर्क, यू.एस.ए.) में दायित्वपूर्वक भागीदारी भी की थी। प्रो. शुक्ल ने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के साथ ही अन्य विश्वविद्यालयों के लिए हिंदी संबंधी अनेक नवोन्मेषी/नवाचारी पाठ्यक्रमों के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की ओर से विदेशी विद्यार्थियों एवं विश्वविद्यालयों के लिए मानक हिंदी पाठ्यक्रमों के निर्माण में केंद्रीय भूमिका के साथ समन्वयन का दायित्व भी निभाया। भाषा, साहित्य और संस्कृति केंद्रित विषयों पर प्रो. शुक्ल के कई दर्जन शोध-पत्र/लेख/समीक्षाएँ प्रकाशित हैं।उन्होंने छः पुस्तकें लिखी हैं और पाँच पुस्तकों का संपादन किया है।वे कंपेरेटिव लिटरेचर एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया एवं लिंग्विस्टिक सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के आजीवन सदस्य भी हैं। प्रो. शुक्ल ने स्कूली शिक्षा गृह जनपद अयोध्या से और स्नातक से पी-एच.डी. पर्यंत उच्च शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से प्राप्त की। पी-एच.डी. उपाधि हेतु शोध-कार्य करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के फेलो ( जे.आर.एफ./एस.आर.एफ.) रहे।


Bullet अधिष्ठाता – साहित्य विद्यापीठ

प्रो. अवधेश कुमार


Bullet अधिष्ठाता – संस्कृति विद्यापीठ

प्रो. लेल्ला कारुण्यकरा


Bullet अधिष्ठाता – अनुवाद तथा निर्वचन विद्यापीठ

प्रो. कृष्ण कुमार सिंह


Bullet अधिष्ठाता – मानविकी एवं समाजिक विज्ञान विद्यापीठ

प्रो. अनिल कुमार राय


Bullet अधिष्ठाता – विधि विद्यापीठ

प्रो. चतुर्भुज नाथ तिवारी


Bullet अधिष्ठाता – शिक्षा विद्यापीठ एवं प्रबंधन विद्यापीठ

प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर


Bullet अधिष्ठाता – विद्यार्थी कल्याण

प्रो. शिरीष पाल सिंह


Bullet कुलानुशासक

डॉ. के. बालराजू


Bullet वित्ताधिकारी

श्री पी. सरदार सिंह


Bullet कुलसचिव

kadarnawajkhan
श्री कादर नवाज खान

कार्य-परिषद (परिनियम-12(1) के अनुसार)

क्र.

प्रावधान

नामित/नियुक्त सदस्य का नाम एवं पता

अवधि

कब से

कब तक

12(1)(i)

कुलपति

प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल

माननीय अध्यक्ष (पदेन) म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

05 वर्ष

20.04.2019

19.04.2024

12(1)(ii)

प्रतिकुलपति

प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल

सदस्य

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

16.12.2019

क्रम-1 के

अनुसार

डॉ. चंद्रकांत एस. रागीट

सदस्य

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

17.12.2019

12(1)(iii)

कुलपति द्वारा नियुक्त विद्या-संस्थानों के अधिष्ठाताओं में से दो सदस्य जिनकी नियुक्ति चक्राधार पर वरिष्ठतानुसार होगी।

प्रो. अवधेश कुमार 

अधिष्ठाता, साहित्य विद्यापीठ

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

03 वर्ष अथवा अधिष्ठाता के रूप में अवधि पूर्ण होने पर, जो भी पहले हो।

15.02.2022

14.02.2025

प्रो. एल. कारूण्यकरा 

अधिष्ठाता, संस्कृति विद्यापीठ

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

31.10.2022

31.10.2025

12(1)(iv)

कुलपति द्वारा नियुक्त विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित संस्थाओं के प्रधानों में से दो, जिनकी नियुक्ति चक्राधार पर वरिष्ठतानुसार होगी।

 डॉ. के. बालराजु

निदेशक, वर्धा समाज कार्य संस्थान

    म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

  03 वर्ष 

31.10.2022

31.10.2025

12(1)(v)

कुलपति द्वारा वरिष्ठतानुसार नियुक्त एक प्रोफेसर, जो चक्राधार पर अधिष्ठाता न हो।

प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी

प्रोफेसर

गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

03 वर्ष

14.03.2022

30.06.2023

12(1)(vi)

कुलपति द्वारा नियुक्त एक एसोशिएट प्रोफेसर, जिसकी नियुक्ति चक्राधार पर वरिष्ठतानुसार होगी।

डॉ. ओमप्रकाश भारती

एसोशिएट प्रोफेसर

प्रदर्शनकारी कला विभाग

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

03 वर्ष

11.10.2021

10.10.2024

12(1)(vii)

कुलपति द्वारा नियुक्त एक सहायक प्रोफेसर, जिसकी नियुक्ति चक्राधार पर वरिष्ठतानुसार होगी।

डॉ. रवि कुमार

सहायक प्रोफेसर

अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा अध्ययन विभाग

म.गां.अं.हिं.वि., वर्धा-442001 (महाराष्ट्र)

03 वर्ष

18.01.2023

18.01.2026

12(1)(viii)

विश्वविद्यालय कोर्ट से दो सदस्य, जिनका नामांकन माननीय कुलाध्यक्ष करेंगे लेकिन उनमें से न तो विश्वविद्यालय का कर्मचारी या छात्र होगा और न ही विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त या उसके किसी सहयोगी संस्थान का कर्मचारी या छात्र होगा।

 

03 वर्ष अथवा विश्वविद्यालय की कोर्ट में सदस्यता की अवधि पूर्ण होने पर, जो भी पहले हो।

 

 

 

 

 

क्र.

प्रावधान

नामित/नियुक्त सदस्य का नाम एवं पता

अवधि

कब से

कब तक

12(1)(ix)

माननीय कुलाध्यक्ष द्वारा नामांकित छह सदस्य जो कि हिंदी भाषा, साहित्य, संस्कृति और अनुवाद एवं निर्वचन क्षेत्रों में लेखक या विद्वान के रूप में गणमान्य हों।

डॉ. योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरूण’,

74/3- ए नेहरू नगर, रुड़की- 247667

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

डॉ. राम विनय सिंह,

एसोशिएट प्रोफेसर,

संस्कृत विभाग,

डीएवी (पीजी) कॉलेज,

देहरादून- 24001

 

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

प्रो. सुरेन्द्र दुबे,

कुलपति,

सिद्धार्थ विश्ववविद्यालय,

कपिलवस्तु,

सिद्धार्थ नगर-272202 (उत्तर प्रदेश)

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

प्रो. नीरजा ए. गुप्ता,

कुलपति,

सांची विश्वविद्यालय,

विदिशा-रायसेन रोड,

एनएच- 86, बरला

मध्य प्रदेश- 464551

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री,

मकान संख्या: एचएन-127,

फेज-4, मोहाली- 160059 (पंजाब) 

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

प्रो. हरमहेन्द्र सिंह बेदी,

कुलाधिपति,

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला,

कांगडा-176215(हिमाचल प्रदेश)

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

12(1)(x)

माननीय कुलाध्यक्ष द्वारा नामांकित एक विशेषज्ञ, जो कि सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के क्षेत्र से होंगे।

डॉ. गिरीश नाथ झा,

प्रोफेसर,

स्पेशल सेंटर फॉर संस्कृत स्टडीज, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय,

नई दिल्ली-110067

03 वर्ष

30.12.2020

29.12.2023

 

कुलसचिव

श्री क़ादर नवाज़ ख़ान

पदेन सचिव

1.

प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल, कुलपति

अध्यक्ष

2.

प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल, प्रतिकुलपति

प्रो. चंद्रकांत रागीट, प्रतिकुलपति

सदस्य

3.        

सभी अधिष्ठाता

अधिष्ठाता, भाषा विद्यापीठ

अधिष्ठाता, साहित्य विद्यापीठ

अधिष्ठाता, संस्कृति विद्यापीठ

अधिष्ठाता, अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ

अधिष्ठाता, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ

अधिष्ठाता, शिक्षा विद्यापीठ

अधिष्ठाता, प्रबंधन विद्यापीठ

अधिष्ठाता, विधि विद्यापीठ

सदस्य

4.

सभी विभागाध्यक्ष

विभागाध्यक्ष, भाषाविज्ञान एवं भाषा प्रौद्योगिकी विभाग

निदेशक: सूचना एवं भाषा अभियांत्रिकी केंद्र

निदेशक: विदेशी भाषा एवं अंतरराष्ट्रीय केंद्र

विभागाध्यक्ष, हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग

विभागाध्यक्ष, प्रदर्शनकारी कला विभाग

विभागाध्यक्ष, स्त्री अध्ययन विभाग

विभागाध्यक्ष, संस्कृत साहित्य विभाग

विभागाध्यक्ष, मराठी साहित्य विभाग

विभागाध्यक्ष, गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग

निदेशक: डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर सिदो कान्हू मुर्मू दलित एवं जनजाति अध्ययन केंद्र

निदेशक: डॉ. भ.आ.कौ.बौद्ध अध्ययन केंद्र

विभागाध्यक्ष, अनुवाद अध्ययन विभाग

विभागाध्यक्ष, डायस्पोरा अध्ययन विभाग

विभागाध्यक्ष, जनसंचार विभाग

निदेशक: म.गां.फ्यू.गु.सामाजिक कार्य अध्ययन केंद्र

विभागाध्यक्ष, मानव विज्ञान विभाग

विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग

विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग

विभागाध्यक्ष, समाजशास्त्र विभाग

विभागाध्यक्ष, शिक्षा विभाग

विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान विभाग

विभागाध्यक्ष, प्रबंधन एवं वाणिज्य विभाग

विभागाध्यक्ष, विधि विभाग

विभागाध्यक्ष, दर्शनशास्त्र विभाग

सदस्य

5.

सभी प्रोफेसर

प्रो. लेला कारूण्यकरा

प्रो. अनिल कुमार राय

प्रो. कृष्ण कुमार सिंह

प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल

प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी

प्रो. कृपाशंकर चौबे

प्रो. प्रीति सागर

प्रो. अनिल कुमार पाण्डेय

प्रो. फरहद मलिक

प्रो. अवधेश कुमार

प्रो. अखिलेश कुमार दुबे

प्रो. गोपाल कृष्ण ठाकुर

प्रो. शिरीष पाल सिंह

प्रो. चतुर्भुज नाथ तिवारी

सदस्य

6.

चार एसोशिएट प्रोफेसर एवं चार सहायक प्रोफेसर वरिष्ठता क्रम में चक्रानुक्रम के अंतर्गत कुलपति द्वारा नामित

  1. डॉ. राकेश कुमार मिश्रा, एसोशिएट प्रोफेसर *
  2. डॉ. उमेश कुमार सिंह, एसोशिएट प्रोफेसर %
  3. डॉ. के. बालराजू, एसोशिएट प्रोफेसर %
  4. डॉ. शंभू जोशी, एसोशिएट प्रोफेसर &
  1. डॉ. सुनील कुमार, सहायक प्रोफेसर %
  2. डॉ. चित्रा माली, सहायक प्रोफेसर %
  3. डॉ. संदीप कुमार वर्मा, सहायक प्रोफेसर %
  4. डॉ. राजेश लेहकपुरे, सहायक प्रोफेसर %

सदस्य

7.

अधिष्ठाता छात्र कल्याण

सदस्य

8.

पुस्तकालयाध्यक्ष

सदस्य

9.

कुलानुशासक

सदस्य

11.

विद्या-परिषद द्वारा सहयोजित (Co-Opted) विश्वविद्यालय सेवा से बाहर के चार विशेषज्ञ

  1. प्रो. वागीश शुक्‍ल #
  2. प्रो. प्रकाश बरतूनिया, कुलाधिपति, लखनऊ केंद्रीय विवि, लखनऊ @
  3. प्रो. नमिता निम्बालकर, मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई @
  4. प्रो. टी.वी. कट्टिमणि, कुलपति, केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, आंध्रप्रदेश #

सदस्य

12.

दो भूतपूर्व विद्यार्थी

डॉ. ओम प्रकाश प्रजापति, सहायक प्रोफेसर, हिमाचल केंद्रीय विश्‍वविद्यालय, धर्मशाला $

डॉ. अजय कुमार सिंह, सहायक प्रोफेसर, केंद्रीय विश्‍वविद्यालय, जम्‍मू $

सदस्य

13.

छात्र प्रतिनिधि

श्री ओमप्रकाश बौद्ध, पी-एच.डी., दर्शन एवं संस्कृति विभाग 

सुश्री हर्षप्रिया कोशाले, स्नातकोत्तर विद्यार्थी  £

सदस्य

*

अधिसूचना क्रं. 003/वि.प.ग./326-16/2021 दिनांक 08.02.2022 के अनुसार डॉ. राकेश कुमार मिश्रा, एसोशिएट प्रोफेसर का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

$

अधिसूचना क्रमांक 003/वि.प.ग./326-13/2021 दिनांक 01.11.2021 के अनुसार भूतपूर्व विद्यार्थियों का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

%

अधिसूचना क्रं. 003वि.प.ग./326-15/ 2021 दिनांक 17.12.2021 के अनुसार डॉ. उमेश कुमार सिंह, एसोशिएट प्रोफेसर, के. बालराजू, एसोशिएट प्रोफेसर  और डॉ. सुनील कुमार, सहायक प्रोफेसर, डॉ. चित्रा माली, सहायक प्रोफेसर, डॉ. संदीप कुमार वर्मा, सहायक प्रोफेसर, राजेश लेहकपुरे, सहायक प्रोफेसर का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

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अधिसूचना क्रमांक 003/वि.प.ग./326-11/2021 दिनांक 01.11.2021 के अनुसार बाह्य-विशेषज्ञ प्रो. वागीश शुक्‍ल का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

अधिसूचना क्रमांक 003/वि.प.ग./326-19/2022 दिनांक 27.05.2022 के अनुसार बाह्य-विशेषज्ञ प्रो. टी.वी. कट्टिमणि का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

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अधिसूचना क्रं. 003/वि.प.ग./326-17/2022 दिनांक 05.04.2022 के अनुसार बाह्य-विशेषज्ञ प्रो. प्रकाश बरतूनिया और प्रो. नमिता निम्बालकर का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

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अधिसूचना क्रं. 003/वि.प.ग./326-18/2022 दिनांक 11.04.2022 के अनुसार शंभू जोशी, एसोशिएट प्रोफेसर का कार्यकाल 02 वर्ष के लिए होगा।

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कार्यकाल एक अकादमिक वर्ष के लिए होगा।

विद्या-परिषद की बैठकों के कार्यवृत्त

विश्वविद्यालय की वित्त समिति के सदस्य निम्नलिखित हैं-

अ.क्र.

नाम

पता

फोन नं.

1.

प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल​ ,

कुलपति एवं अध्यक्ष

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय ,

गांधी हिल्स , वर्धा-442005 (महाराष्ट्र ), भारत

फो. + 91-7152-230907
+91-7152-230 903

ई.मेल :

2.

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय ,

गांधी हिल्स , वर्धा-442005 (महाराष्ट्र ), भारत

फो. + 91-7152-252148

ई.मेल : pvc@hindivishwa.org

3.

संयुक्‍त सचिव एवं वित्‍तीय सलाहकार , सदस्‍य

मा.सं.वि.मं. ,

शास्त्री भवन , नई दिल्ली

 

4.

संयुक्‍त सचिव (सीयू एंड एल) , सदस्‍य

भारत सरकार , मा.सं.वि.मं.,

शास्त्री भवन , नई दिल्ली

 

5.

संयुक्‍त सचिव (सीयू) ,

सदस्‍य

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग , बहादुर शाह जफर मार्ग, नई दिल्‍ली-110002

 

6.

डॉ. अनंत राम त्रिपाठी ,

सदस्‍य

प्रधान मंत्री, राष्‍ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा (महाराष्‍ट्र)

फो. + 91-7152-240745

ई.मेल : sachchida@hotmail.com

7.

डॉ. अब्‍दुल बारी अब्‍दुल अज़ीज,

सदस्‍य

प्रधानाध्‍यापक, जी.एस. कॉलेज ऑफ कॉमर्स, सिविल लाइंस, वर्धा (महाराष्‍ट्र)

मो.+ 91-93253 27491

8.

श्री अनंत जी. गोडबोले,

सदस्‍य

धर्मपेठ हाउसिंग सोसाइटी ले-आउट, दीनदयाल नगर, नागपुर-440022 (महाराष्‍ट्र)

मो.+ 91-90110 20061

9.

वित्ताधिकारी एवं पदेन सचिव

म.गां.अं.हिं.वि. गांधी हिल्स , वर्धा-442005 (महाराष्ट्र), भारत

मो.
फो. + 91-7152-230 906
+91-7152-232 242
ई.मेल.fo@hindivishwa.org

विश्वविद्यालय की भवन समिति के सदस्य निम्नलिखित है-

क्र. सं.नामपत्राचार का पतादूरभाष संपर्क
1.प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल​ – कुलपति एवं अध्यक्षमहात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र)फो.91-7152-230907
3.वित्ताधिकारीमहात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र)मो.
फो. +91-7152-230 906
+91-7152-232 242
ई.मेल.
4.विकास अधिकारी
5.कार्यकारी अभियंता
6.श्री वी.के. अय्यर504, पित वीभव अपार्टमेंट,प्लॉट नं. 17, शिवाजी नगर, नागपुर-440010मो. +91-9423679635 फो. +91-712-2249324
7.सदस्य, योजना बोर्ड
8.श्री आर. जी. बैसविभागाध्यक्ष : सिविल इंजीनियरिंग बापूराव देशमुख कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सेवाग्राम, वर्धामो. +91-9422143589
फो.+91-7152-241789
9.केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अ्धीक्षण अभियंतासी. जी. ओ. कांप्लेक्स, सेमिनरी हिल्स, नागपुर